तू नहीं है तेरी यादों के वो भार तो हैं अकेलेपन में सताने को ढेरों यार तो हैं जब दीवार पर तंगी चाबियाँ तेरी पायल की खनक सुनाती हैं प्याली में पड़ी चाय तेरी गर्म साँसों को रिहा कर देती है वो पर्दा भी हवा में झूल तेरी लहराती जुल्फों की याद दिला […]
ek nai Soch | Latest Hindi Shayari